हर घर तक पहुंचा भरोसा: सुशासन तिहार 2025 | Sushasan Tihaar 2025: A strong step towards solutions through dialogue
सुशासन तिहार 2025: संवाद से समाधान की ओर एक सशक्त कदम
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https://sushasantihar.cg.nic.in/ |
सुशासन तिहार 2025 का उद्देश्य -
- आवेदन संग्रहण (8 अप्रैल से 11 अप्रैल 2025): इस चरण में, ग्राम पंचायत मुख्यालयों, नगरीय निकाय कार्यालयों, जिला और विकासखंड मुख्यालयों में "समाधान पेटी" स्थापित की गई हैं, जहां नागरिक अपनी समस्याओं और शिकायतों को लिखित रूप में जमा कर सकते हैं। इसके अलावा, हाट बाजारों और कॉमन सर्विस सेंटरों के माध्यम से भी आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे नागरिक डिजिटल माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। प्रत्येक आवेदन को एक विशिष्ट कोड दिया जाएगा, जिससे उसकी ट्रैकिंग और समाधान प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी।
- आवेदनों का निराकरण (अप्रैल-मई 2025): प्राप्त आवेदनों को स्कैन करके सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा और संबंधित विभागों को भेजा जाएगा। संबंधित अधिकारी लगभग एक माह के भीतर इन आवेदनों का निराकरण सुनिश्चित करेंगे। मांग से संबंधित आवेदनों का समाधान बजट की उपलब्धता के आधार पर किया जाएगा। इस प्रक्रिया की गुणवत्ता का विश्लेषण जिला और राज्य स्तर पर किया जाएगा, ताकि समाधान की प्रभावशीलता सुनिश्चित हो सके।
- समाधान शिविरों का आयोजन (5 मई से 31 मई 2025): प्रत्येक 8 से 15 पंचायतों के समूह में समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे, जहां आवेदकों को उनके आवेदनों की स्थिति की जानकारी दी जाएगी। नगरीय निकायों में भी आवश्यकतानुसार समाधान शिविर आयोजित होंगे। इन शिविरों में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और हितग्राहीमूलक योजनाओं के आवेदन पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रत्येक शिविर के लिए एक खंडस्तरीय अधिकारी को प्रभारी बनाया जाएगा, जो शिविर के समुचित संचालन को सुनिश्चित करेंगे।
सुशासन तिहार 2025 का उद्देश्य -
सुशासन तिहार 2025 का मुख्य उद्देश्य है:
- आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करना।
- शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करना।
- विकास कार्यों में गति लाना।
- आम जनता की शिकायतों का समाधान करना।
आयोजन की तिथियाँ -
- आवेदन की अवधि: 8 अप्रैल से 11 अप्रैल 2025 तक।
- समाधान शिविर: मई 2025 में आयोजित किए जाएंगे, जहां समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
सुशासन तिहार का महत्व
सुशासन तिहार 2025 का मुख्य उद्देश्य प्रशासनिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, जवाबदेही और प्रभावशीलता को बढ़ावा देना है। यह तिहार नागरिकों को उनकी समस्याओं के समाधान के लिए एक मंच प्रदान करता है, जिससे सरकार और जनता के बीच विश्वास और सहयोग में वृद्धि होती है। इसके माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे और विकास कार्यों में गति आए।
आवेदन कैसे करें?
नागरिक अपनी शिकायतें और समस्याएं ऑनलाइन दर्ज कराने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं:
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आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: सुशासन तिहार 2025 के लिए एक समर्पित पोर्टल बनाया गया है, जहां नागरिक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, वर्तमान में इस पोर्टल का सटीक वेब पता उपलब्ध नहीं है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्थानीय प्रशासन या जिला कलेक्टर कार्यालय से संपर्क करके पोर्टल की जानकारी प्राप्त करें।
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आवेदन फॉर्म भरें: पोर्टल पर उपलब्ध आवेदन फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी, संपर्क विवरण और समस्या का विवरण दर्ज करें।
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दस्तावेज़ अपलोड करें: यदि आवश्यक हो, तो अपनी शिकायत या समस्या से संबंधित दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड करें।
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आवेदन सबमिट करें: सभी जानकारी भरने के बाद, आवेदन सबमिट करें। आपको एक विशिष्ट आवेदन संख्या प्राप्त होगी, जिसका उपयोग आप अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक करने के लिए कर सकते हैं ।
ऑनलाइन आवेदन पोर्टल: sushasantihar.cg.nic.in
किन समस्याओं का समाधान होगा?
इस अभियान के तहत निम्नलिखित समस्याओं का समाधान किया जाएगा:
- आवास योजनाओं से संबंधित समस्याएं।
- पेंशन योजनाओं में देरी या अनियमितता।
- राशन कार्ड से संबंधित मुद्दे।
- शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी शिकायतें।
- सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की समस्याएं।
समाधान की प्रक्रिया -
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आवेदन जमा करना: नागरिक अपनी समस्याओं का विवरण ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज करेंगे।
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डाटा एंट्री: क्लस्टर प्रभारियों द्वारा प्राप्त आवेदनों की डाटा एंट्री की जाएगी।
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समाधान शिविर: मई 2025 में आयोजित समाधान शिविरों में संबंधित विभागों द्वारा समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
विकास कार्यों का निरीक्षण और समीक्षा बैठकें -
सुशासन तिहार के दौरान, मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रदेश में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन का औचक निरीक्षण करेंगे। इसके अलावा, जिला मुख्यालयों पर अधिकारियों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिनमें समाधान शिविरों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति और विभिन्न योजनाओं व परियोजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की जाएगी।
प्रचार-प्रसार और प्रशिक्षण -
जनसम्पर्क विभाग एवं जिला प्रशासन इस तिहार के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए कार्ययोजना बनाकर विभिन्न प्रचार माध्यमों का उपयोग सुनिश्चित करेंगे, ताकि तिहार की जानकारी अधिक-से-अधिक लोगों तक पहुंचे। इसके अलावा, आवेदन लेने, उनकी प्रविष्टि, मॉनिटरिंग एवं समाधान प्रक्रियाओं के लिए समुचित प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी, जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों को इस प्रक्रिया में दक्ष बनाया जा सके।
निष्कर्ष -
सुशासन तिहार 2025 छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो प्रशासनिक पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसंपर्क को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तिहार के माध्यम से नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे प्रदेश में सुशासन की स्थापना को बल मिलेगा। नागरिकों से अपील है कि वे इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाएं और अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आगे आएं।
सुशासन तिहार 2025 छत्तीसगढ़ सरकार की एक सराहनीय पहल है, जो जनता की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। यह अभियान न केवल समस्याओं का समाधान करेगा, बल्कि शासन और जनता के बीच विश्वास को भी मजबूत करेगा।
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