इन्श्योरेन्स लेना क्यों ज़रूरी बनेगा आने वाले 5 सालों में? | Why will taking insurance become necessary in the coming 5 years?
आज के समय में इन्श्योरेन्स (बीमा) सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि एक ज़रूरत बनता जा रहा है। आने वाले 5 वर्षों में यह ज़रूरत और अधिक गंभीर होने वाली है। चाहे वह स्वास्थ्य बीमा हो, जीवन बीमा, वाहन बीमा, या फिर संपत्ति बीमा – हर व्यक्ति को किसी न किसी रूप में बीमा की आवश्यकता होगी। इस ब्लॉग में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि किन कारणों से इन्श्योरेन्स लेना अत्यंत आवश्यक हो जाएगा, और यह कैसे आपके वित्तीय भविष्य की सुरक्षा कर सकता है।
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Info Advisor - Hitesh Kumar (Bhaishmundiyanhitesh) |
1. हेल्थकेयर खर्चों में भारी वृद्धि
1.1 इलाज की लागत में बेतहाशा बढ़ोत्तरी
भारत में हेल्थकेयर सिस्टम में सुधार के बावजूद इलाज महंगा होता जा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों में एक मामूली बीमारी का इलाज भी हजारों से लेकर लाखों रुपये तक पहुंच सकता है।
1.2 बीमारियों का बदलता स्वरूप
लाइफस्टाइल में बदलाव, बढ़ता प्रदूषण और खान-पान की आदतों में गिरावट के कारण नई और गंभीर बीमारियाँ सामने आ रही हैं, जैसे कि:
- कैंसर
- हृदय रोग
- डायबिटीज़
- किडनी फेल्योर
इन सभी के इलाज में लंबा समय, महंगा खर्च और निरंतर निगरानी की आवश्यकता होती है। स्वास्थ्य बीमा न होने पर ये खर्च किसी भी मध्यमवर्गीय परिवार की आर्थिक कमर तोड़ सकते हैं।
2. जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं का खतरा
बाढ़, सूखा, भूकंप, तूफान का बढ़ता जोखिम
जलवायु परिवर्तन के कारण प्राकृतिक आपदाओं की संख्या और तीव्रता दोनों बढ़ रही हैं। भारत में हाल के वर्षों में हमने:
- असम में बाढ़
- महाराष्ट्र में चक्रवात
- उत्तराखंड में भूस्खलन
- गुजरात में भूकंप
जैसी आपदाओं को देखा है। इन आपदाओं से घर, वाहन, फसल और जीवन तक को नुकसान पहुँचता है।
बीमा से मिलती है आर्थिक सुरक्षा
यदि आपके पास:
- संपत्ति बीमा (Property Insurance)
- फसल बीमा (Crop Insurance)
- जीवन बीमा (Life Insurance)
है, तो आप इन आपदाओं से हुए नुकसान की भरपाई कर सकते हैं। यह बीमा आपको फिर से अपने जीवन को पटरी पर लाने में मदद करता है।
3. रोजगार और आय का अस्थिर होना
गिग इकॉनॉमी और कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड जॉब्स
अब स्थायी नौकरियों की बजाय गिग इकॉनॉमी का प्रचलन बढ़ रहा है। इसमें:
- फ्रीलांसिंग
- कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड काम
- स्टार्टअप्स में अनिश्चितता
आने वाले समय में रोजगार स्थिर नहीं रहेगा, जिससे लोगों की नियमित आय पर असर पड़ेगा। ऐसे में:
- जीवन बीमा
- टर्म इंश्योरेंस
- क्रिटिकल इलनेस बीमा
जैसे प्लान्स एक बैकअप के रूप में काम करेंगे।
3.2 बेरोजगारी बीमा (Unemployment Insurance) की मांग
अभी भारत में यह बहुत कम है, लेकिन आने वाले 5 वर्षों में इसका दायरा बढ़ेगा।
4. डिजिटल ट्रांजेक्शन और साइबर क्राइम का बढ़ना
4.1 ऑनलाइन फ्रॉड्स का ख़तरा
UPI, इंटरनेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डिजिटल वॉलेट्स के बढ़ते उपयोग के साथ साइबर अपराधों में तेज़ी से वृद्धि हो रही है।
4.2 साइबर इन्श्योरेन्स का भविष्य
आने वाले समय में:
- व्यक्तिगत डेटा चोरी
- ऑनलाइन फ्रॉड
- फिशिंग अटैक
से बचाव के लिए साइबर बीमा की आवश्यकता होगी। यह बीमा आपको कानूनी सहायता, तकनीकी सहायता, और वित्तीय क्षति की भरपाई करेगा।
5. बदलती सामाजिक संरचना
5.1 न्यूक्लियर फैमिली का चलन
संयुक्त परिवारों की जगह अब एकल परिवारों का चलन अधिक है। ऐसे में आर्थिक सुरक्षा का बोझ केवल 1 या 2 लोगों पर आ जाता है।
5.2 महिलाओं की भागीदारी
अब महिलाएं भी कमाने और निवेश करने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। बीमा प्लान्स अब महिला केंद्रित हो रहे हैं:
- मातृत्व बीमा
- महिलाओं के लिए टर्म प्लान
- हेल्थ प्लान्स
इनकी डिमांड बढ़ेगी।
6. सरकारी प्रोत्साहन और नियमों में बदलाव
6.1 टैक्स छूट और सब्सिडी
धारा 80C और 80D के तहत बीमा प्रीमियम पर टैक्स छूट मिलती है। आने वाले वर्षों में सरकार और अधिक छूटें एवं योजनाएं ला सकती है।
6.2 डिजिटल पॉलिसी पोर्टल्स
IRDAI और भारत सरकार डिजिटल बीमा पोर्टल्स को बढ़ावा दे रही हैं जिससे बीमा लेना और क्लेम करना आसान हो गया है।
7. मानसिक स्वास्थ्य और दीर्घकालिक देखभाल की आवश्यकता
7.1 मेंटल हेल्थ की स्वीकार्यता
अब मानसिक स्वास्थ्य को भी उतनी ही गंभीरता से लिया जा रहा है जितना शारीरिक स्वास्थ्य को।
7.2 लॉन्ग टर्म केयर बीमा
बुज़ुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए लॉन्ग टर्म केयर बीमा आने वाले वर्षों में बहुत महत्वपूर्ण होगा।
8. बीमा से जुड़ी जागरूकता और टेक्नोलॉजी
8.1 इंश्योरटेक कंपनियों का उभार
अब AI, Big Data, और Mobile Apps की सहायता से बीमा प्लान खरीदना, उसका प्रबंधन करना और क्लेम करना पहले से बहुत आसान हो गया है।
8.2 कस्टमाइज्ड और माइक्रो इन्श्योरेन्स
कम आय वर्ग के लिए:
- दैनिक/मासिक प्रीमियम
- सीमित अवधि के कवर
- क्षेत्र विशेष बीमा
जैसी योजनाओं का चलन बढ़ेगा।
निष्कर्ष
आने वाले 5 वर्षों में भारत का सामाजिक, आर्थिक, और पर्यावरणीय परिदृश्य पूरी तरह से बदलने वाला है। ऐसे में बीमा न सिर्फ एक सुरक्षा कवच बनेगा, बल्कि यह आपकी वित्तीय स्वतंत्रता और मानसिक शांति की गारंटी भी होगा।
यदि आपने अभी तक इन्श्योरेन्स नहीं लिया है, तो यह सही समय है कि आप अपने जीवन, स्वास्थ्य, संपत्ति और डेटा को सुरक्षित करने के लिए एक उपयुक्त बीमा योजना चुनें। यह न केवल आपके लिए बल्कि आपके परिवार की स्थिरता और भविष्य की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है।
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